प्रशासक समिति की छोटीसि पहल. लातूर में मनाया तुलसी पूजन दिवस
देखिए छिटासा वीडियो और शेयर करें ताकि अधिक से अधिक लोगों को प्रेरणा मिले और वो भी धर्म के प्रचार प्रसार में आगे आएं
https://youtu.be/l15iB8RGfs8
25 दिसंबर के दिन क्रिसमस के रूप में मनाने वाले लोगों को यह नहीं पता कि आखिर वह इस दिन को मनाते क्यों है? इसके पीछे कौन सा आध्यात्मिक कारण है या कौन सा ऐतिहासिक कारण है या फिर ऐसी कौन सी घटना हुई थी जिसके कारण 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है। कुछ मनगढ़ंत कहानियां जरूर सुनाई जाती है लेकिन किसी के भी कुछ भी कहने से उसे मनाना आधुनिकता नहीं अपितु मूर्खता होती है।
ईसाई मिशनरीया लगातार हिंदुओं का धर्मांतरण कर रही है और इस प्रकार के त्यौहार धर्मांतरण का एक बहुत बड़ा साधन बनते हैं। क्योंकि जब हमारे छोटे छोटे बच्चों को स्कूलों में क्रिसमस डे मनाया जाता है उन्हें जोकर बनाया जाता है तो उनके दिमाग में एक अलग संस्कृति छप जाती है और जैसे जैसे वह बड़े होते हैं फिर इन मिशनरियों के वह आसान शिकार बन जाते हैं और उन्हें मतांतरित करके अपने पंथ में ले जाना इनके लिए आसान हो जाता है ।
इसलिए जागरूक हिंदुओं के लिए यह एक प्रकार से अनिवार्य कार्य है कि वह तुलसी पूजन दिवस जो कि इस धर्मांतरण के षड्यंत्र को ध्वस्त करने के लिए शुरू किया गया उसे जन-जन तक पहुंचाएं स्कूल में बच्चों से तुलसी पूजन करवाएं अपने घरों पर भी सभी सनातनी मिलकर तुलसी पूजन करें और यदि संभव हो तो जागरूक साथी आसपास के कस्बों में गांव में जाकर लोगों के बीच में इस षड्यंत्र को उजागर करें और तुलसी पूजन दिवस को प्रचारित करें सबके साथ मिलकर इसे मनाए ताकि मिशनरियों का क्रिसमस के पीछे छुपा हुआ धर्मांतरण का यह एजेंडा ध्वस्त हो सके।
अनेकों जागरूक सनातनी ऐसे अनेकों कार्य पहले से ही कर रहे हैं उन सभी को साधुवाद और प्रशासक समिति ने भी एक पहल लातूर से की समिति परिवार के साथी अंगद जी के माध्यम से प्रशासक समिति परिवार ने लातूर में गुमास्ता ग्राउंड में एक छोटा सा प्रोग्राम आयोजित किया और 25 दिसंबर के दिन वहां आसपास के लोगों के साथ मिलकर तुलसी पूजन किया तथा लोगों को धर्मांतरण के मिशनरियों के एजेंटों के बारे में समझाया समाज में व्याप्त बुराइयों के बारे में बताया तुलसी के लाभ बताएं सनातन धर्म से संबंधित कुछ छोटी-छोटी जानकारियां उपलब्ध करवाई और सभी को सनातन धर्म के प्रचार प्रसार हेतु प्रेरित किया स्वधर्म के संरक्षण और उसके पालन के लिए प्रेरित किया।
समाज में व्याप्त बुराइयों से किस प्रकार लड़ना है उन्हें किस प्रकार खत्म करना है इस पर भी चर्चा की गई और समस्याओं के समाधान बताए गए, सभी को अपने बच्चों को सनातन संस्कार देने के लिए प्रेरणा दी गई उन्हें श्रीमद्भागवत गीता पढ़ने और प्रतिदिन अग्निहोत्र करने का संकल्प लेने हेतु प्रेरित किया गया।
इस पहल का सबसे अच्छा परिणाम 25 तारीख को उसी बैठक के समापन पर सामने आया कि उसी गांव में जिस मंदिर में यह प्रोग्राम हुआ आने वाले शनिवार से वहां पर प्रति सप्ताह हनुमान चालीसा का पाठ और कुछ आवश्यक चर्चा की जाएगी और युवाओं को भी साथ लेकर धर्म को मजबूत करने का कार्य किया जाएगा
ययह सारी जानकारियां लोगों तक पहुंचाने का बस इतना ही कारण है कि अन्य लोगों को इसकी प्रेरणा मिले और सभी जागरूक सनातनी साथी तुलसी पूजन दिवस या अन्य जितने भी सनातनी त्योहार हैं परंपराएं हैं उन्हें साथ मिलकर एकजुट होकर मनाएं , सभी लोग धर्म का प्रचार प्रसार करें धर्म का अपने जीवन में अनुसरण करें ताकि हम हमारा समाज हमारा धर्म और देश सुरक्षित रह सके तथा आने वाली पीढ़ियों को अच्छा भविष्य मिले, अच्छा माहौल मिले और वो खुद अधर्म से लड़कर उसका नाश कर सके
सभी साथियों से निवेदन है कि यदि आपको यह ब्लॉग और जो वीडियो इसके साथ लगाया गया है वह अच्छा लगा तो इसे जन जागरण हेतु अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं और आने वाले सभी त्योहारों को धूमधाम से सब मिलकर मनाएं ताकि उसका आनंद भी कई गुना बढ़ जाए और हम जाने-अनजाने हमारे धर्म के प्रचार प्रसार के एक साधन बन जाए।
जय श्री राम
जय सत्य सनातन
हर हर महादेव
बहोत ही सुन्दर👌💐🙏
ReplyDeleteआप सभी देशवासियों को Sant Shri Asharamji Bapu द्वारा की गई शुरुआत #TulsiPujanDiwasKiBadhai !!
हम सभी भारतवासियों को Sanatani Celebrations मनाना चाहिए।