शहरों से अब गावों की तरफ चला धर्मांतरण का "क्रिसमस" खेल

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🎅🏿शहरों में लोगों को मानसिक गुलाम बनाने के बाद अब गांवों में निकल पड़ा है सेंटा क्लॉज।


👎🏿शहर में मैरी क्रिसमस कहने वाले मूर्खों की देखादेखी अब गांवों में भी सेंटा क्लॉज के नाम पर बच्चों के दिमाग में ईसाइत घुसेड़ी जा रही है।


👉गांव देहात के छोटे छोटे गरीब परिवार अब बच्चों को सेंटा क्लॉज बनाने को अपनी उपलब्धि मानने लगे हैं... इन गरीबों को लगता है कि अमीरी और समृद्धि का पैमाना अपने बच्चों को सैंटा क्लॉज बनाना और दूसरों को मैरी क्रिसमस कहना है... लोग इसे अपनी ब्रांडिंग से जोड़कर देख रहे हैं हर कोई अंग्रेजियत वाली ब्रांडिंग पर मर मिटा है।


✊लेकिन आपसे प्रार्थना है कि लोगों को जागरूक करें किसी को मैरी क्रिसमस ना कहें ना ही अपने बच्चों को सैंटाक्लॉज के जोकरों वाली वेषभूषा पहनाएं।


👉हमारा विचार है कि Merry Christmas बोलना अंग्रेजों की गुलामी को सेलीब्रेट करना है और हिंदू... दुनिया की एक मात्र ऐसी कौम है जो गुलामी को सेलीब्रेट कर रही है।


👉अगर कोई आपसे मैरी क्रिसमस कहे तो उसको कोई जवाब भी नहीं दें बल्कि समझाने की कोशिश करें ।


👉 हमारे देश में मैरी क्रिसमस बोलने का चलन सिर्फ इसीलिए शुरू हुआ है क्योंकि हमारे देश में ईसाइयों की भी आबादी है और ईसाइयों की आबादी भारत में इसलिए है क्योंकि बाहर से आए हुए अंग्रेजों ने भारत को गुलाम बनाया और यहीं के लोगों को धन-पद-सम्मान का लालच देकर ईसाई बनाया ।


👉 इससे ये साबित हुआ कि मैरी क्रिसमस के बधाई संदेश की नींव में अंग्रेजों की गुलामी और उनके द्वारा दिया गया लालच और उनकी धार्मिक साम्राज्यवाद वाली चालाकी है।


👉आज से 20-25 साल पहले भी कभी कोई किसी को मैरी क्रिसमस नहीं बोलता था... 100-200 साल पहले तो सिर्फ अंग्रेज ही थे जो इस देश में क्रिसमस मनाया करते थे ।


👉 दुनिया का हर पंथ अपना विस्तार करना चाहता है... विस्तार करना किसी भी जीव की एक प्राकृतिक इच्छा (Natural Desire) होती है... लेकिन आश्चर्य की बात है कि दूसरे मत के लोग हिंदू धर्म से ये अपेक्षा करते हैं कि वो अपना विस्तार नहीं करें बल्कि दूसरे पंथ के लोगों की संस्कृति का विस्तार करें और जब हिंदू धर्म ऐसा करता है तो वो सीधे-सीधे अपने धर्म के विस्तार को खुद ही रोक देता है । जो कि Natural Desire यानी प्राकृतिक सिद्धांतों के ही विरुद्ध है ।


👉 और वैसे भी ईसा मसीह का जन्मदिन क्यों मनाएं । हमारे देश के हर जिले में ऐसी चमत्कारी पुरुष कुटिया लगाए बैठे हैं जो खोया हुआ सामान ढूंढने का दावा करते हैं । और ना सिर्फ दावा करते हैं बल्कि ढूंढ भी देते हैं ।


✊ हम उन महान भीष्म पितामह की संतान हैं जो एक महीने से ज्यादा तीक्ष्ण बाणों की शय्या पर लेटे रहे मैं चार कीलें ठोंकने से टें बोल जाने वाले किसी विदेशी पुरुष का गौरव गान क्यों करें ?


👉हिंदुओं के हीन भावना से ग्रस्त होने का सबसे बड़ा प्रमाण ये है एक हिंदू ही दूसरे हिंदू को मैरी क्रिसमस बोलने लगा है तो इसीलिए अगर आपको कोई मैरी क्रिसमस बोले तो उसे ये संदेश Whatsapp कर दें ।

🙏बच्चे भगवान का रूप होते हैं उन्हेंजोकर बनाकर मानसिक रूप से विकृत और धर्मांतरित ना करें….. अपितु बच्चों को अपनी संस्कृति से जोड़ें, अपने धर्म का ज्ञान दें और उन्हें देवतुल्य बनाकर जीवन को सफल बनाएं

मेरी संस्कृति मेरा अभिमान

Tulsi Poojan Diwas

🚨इसी विषय पर 24 दिसम्बर को सुबह 7 बजे से  koo/कू पर और 25 दिसंबर को सुबह 9 बजे से ट्विटर पर ट्रेंड चलेगा...सभी जागरूक सनातनी साथी इसमें अपना सहयोग सुनिश्चित करें और जागरूकता अभियान में अपना अमूल्य योगदान दें

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Note: केवल आप सच जान गए और अजागृक हो गए ये काफी नहीं अपितु लोगों को जागरूक करना और जागरूकता अभियान को आगे बढ़ाना जरूरी है अन्यथा आप अकेले पड़ गए तो सबसे पहले शिकार आपका हो होगा... इसलिए जागरूक होने के बाद सबको जागरूक करने का अपने स्तर पर अभियान छेड़िए...घर, परिवार ,परिचित, मित्र, पड़ोसी, से आगे बढ़ते हुए गांव, शहर, जिला, राज्य की तरफ आगे बढ़ी और सबको जगाइए तभी hm, हमारा समाज, धर्म और राष्ट्र सुरक्षित बनेगा

🙏🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉️

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