आतंक की राजनीति, राजनीतिक आतंक

4

राजनीतिक सरपरस्ती

पिछले 60-65 वर्षों में देश में कई सरकारों ने आंतकियों को समर्थन देने वाले राजनीतिक दलों के प्रत्यक्ष और परोक्ष समर्थन पर ही निर्भर होने के कारण इन गतिविधियों को सह मिली थी ।इन गतिविधियों के खिलाफ जैसी सावधानी बरतने की जरूरत थी , वह कार्य नहीं हुआ । 

उसीका परिणाम है कि आज पूरे देश में आतंकी गुटों की मजबूत कड़ियां खड़ी हो चुकी हैं । किसी के पास भूमिगत संगठनों के कार्यकर्ताओं को छिपाने के सुरक्षित स्थान हैं तो किसी के पास बेहिसाब आर्थिक स्रोत हैं । किसी के पास भूमिगत आंदोलनों के लिए आवश्यक जानकारी के आदान - प्रदान की प्रणाली है तो कोई इन संगठनों के लिए जनसमर्थन जुटाने के लिए व्यापक अभियान चला रहा है। किसी के पास युवाओं को भर्ती करने की प्रणाली है । 

ऐतिहासिक महत्व वाले व्यक्तियों , स्वतंत्रता आंदोलन के कुछ नामों के सहारे कुछ नया करने के आकर्षण से युवाओं को इकट्ठा कर प्रशिक्षित किया जाता है और छोटी - मोटी घटनाएं अंजाम दी जाती हैं । जब तक इन बच्चों को सच का एहसास होता है , काफी देर हो चुकी होती है । 

आज देश की संप्रभुता को चुनौती देने वाले इन विभाजनकारी संगठनों के विरोध में पूरे देश को पुनः संगठित करने की जरूरत महसूस की जा रही है । इन गुटों में काम करने वाले अनेक युवाओं को ऐसे घातक षड्यंत्रों की जानकारी नहीं होती । लेकिन देखा गया है कि उन तक सही जानकारी पहुंचने के बाद उनमें से कई युवाओं ने ऐसे संगठनों से अपना नाता तोड़ लिया । 

हम सभी को आतंक और किसी भी प्रकार से आतंक का समर्थन करने वालों को पहचानना होगा और उन्हें पहचानकर एकजुट होकर उनकी सच्चाई उजागर कर उनका विरोध करना होगा..जो भी कोई राजनीतिक दल/नेता किसी भी प्रकार से आतंक समर्थन, देश विरोधी हरकतों में पाया जाय उसका विरोध हमें करना चाहिए और किसी भी हाल में ऐसे देशद्रोहियों को वोट नहीं देना चाहिए

हमें ध्यान देना चाहिए कि आखिर कौन है जो आतंकियों, और टुकड़े टुकड़े की बातें करने वाले देशद्रोहियों का साथ दे रहा है? कौन है जिनको रैलियों में पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लगते हैं? कौन हैं जो आतंकियों के विरुद्ध लिए जाने वाले एक्शन का भी विरोध करते हैं?

ऐसे हर व्यक्ति/पार्टी का बहिष्कार कर उसे देश की सत्ता से दूर रखना चाहिए तभी हमारा देश सुरक्षित रहेगा और आगे बढ़ेगा

    

✍️नयन पंड्या

Post a Comment

4Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
  1. जय श्री राम

    ReplyDelete
  2. Desh. Drohi. Aur. Inke. Samarthan. Karne. Walo. Ka. In. Counter. Kare. Sarkar.

    ReplyDelete
  3. Muze ae malum nhi... Kitna bda ego vale andh lok he jisko deska tukda krna pde vo bi mnjur ho... Or yisse jiyada andh or pagl to hm he jo yusika smrthn krte he or vot tk de dete he...

    ReplyDelete
Post a Comment

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !