विषैला वामपंथ और हमारा इतिहास

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 हमारे इतिहास को इन वामपंथीयो ने मिलकर इन 71 सालों में भारत के इतिहास के असली पन्ने कैसे फाड़े ओर क्या क्या फालतू जोड़ा.....देखिये🤔




📚1) भारत का इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता से शुरू नही होता।बल्कि सरयू तट से शुरू होता है।

जहाँ महर्षि मनु को अपने मनुष्य होने का ज्ञान हुआ और मानव सभ्यता विकसित हुई।


📚2) रामायण और महाभारत हिन्दुओ के धर्मग्रंथ हो सकते थे।शैक्षिक रूप से ये भारत का इतिहास है, 

जिन्हें पाठ्यक्रम में शामिल ही नहीं किया गया।


📚3) सिंध को अरबो ने जीता अवश्य था।मगर बप्पा रावल  ने उन्हें मार मार कर भगाया भी था। 

विजय  सिर्फ अरबो की विजय पढ़ाई जाती है और बप्पा रावल को कहानी किस्सों के भरोसे छोड़ दिया जाता है।


📚4) व्यवस्था के अनुसार सम्राट पोरस ने सिकन्दर को रोका यह पढ़ाना आवश्यक नही था।

लेकिन अलाउद्दीन खिलजी ने मंगोलों को रोका ये बात याद से लिखी गयी।


📚5) बाबर से औरंगजेब तक,हर बादशाह के लिये अलग अध्याय है 

जबकि लाखों वर्षों से बसे भारत के गौरव शाली इतिहास पर कुछ नही।


📚6) मुगलो का 1707 तक का तो इतिहास बता दिया,

मगर बड़ी ही चतुराई से उसके बाद सीधे 1757 का प्लासी युद्ध लिखकर अंग्रेजो को ले आये। 

इतनी जल्दी क्या थी जनाब जरा 1737 में पेशवाबाजीराव द्वारा मुगलो की धुलाई भी पढ़ा देते।


📚7) 1757 में मुगलसल्तनत का मराठा साम्राज्य में विलय हो गया था।मगर जबरदस्ती उसका अंत 1857 मे पढ़ाया जाता है।

1757 से 1803 मुगल मराठा साम्राज्य के अधीन रहे और 1803 से 1857 अंग्रेजो के।

 1757 के बाद कोई मुगल सल्तनत नही थी।


📚8) पानीपत में मराठो की हार हुई ठीक है।मगर ये उनका अंतिम युद्ध नही था।

वे दोबारा खड़े हुए और अंग्रेजो को भी धो दिया, 

ये कब पढ़ाओगे??? सिर्फ पानीपत पढ़ा दिया ताकि संदेश यह जाए कि हिन्दुओ ने हर युद्ध हारा है।

जबकि युद्ध के बाद महादजी सिंधिया ने अफगानों को जमकर कूटा था।


📚9) जितने कागज बलबन, फिरोजशाह तुगलक और बहलोल लोदी पर लिखने में बर्बाद किये।

उन कागजो पर महादजी सिंधिया, नाना फडणवीस और तुकोजी होल्कर का वर्णन भी होना चाहिए था।

📚10) भारत ब्रिटेन का गुलाम नही,उपनिवेश था

📚11) भारत 200नही 129वर्ष ब्रिटेन की कॉलोनी रहा,(1818 में मराठासाम्राज्य के पतन से 1947 में कांग्रेसशासन तक)

📚12) आंग्ल मराठायुद्ध1857 की क्रांति से भी बड़े थे

इसलिए उनका विवरण पहले होना चाहिए मगर गायब है क्योकि बखान टीपूसुल्तान का करना था।

📚13)1947 में 2राष्ट्रों का उदय नही हुआब ल्कि एक ही का हुआ

हिंदुस्तान सदियों से उदित है और हमेशा रहेगा 

ज्यादा सेक्युलर हो तो दूसरे आतंकीराष्ट्र की चिंता करो, वह नक्शे पर कुछ ही वर्षों का मेहमान है

📚14)1962 में भारत चीन से पराजित हुआ मगर 1967 में चीन को हराया भी, 

वो कौन पढ़ायेगा??

📚15) सामाजिक विज्ञान में एक पाठ आता है।

भारत और आतंकवाद, 

उसमे बड़े बड़े उदाहरण बताए जाते है।मगर उनके पीछे का इस्लामिक कारण नही पढ़ाया जाता।

👉कुल मिलाकर भारत भूमि के साथ बहुत आघात किया है। अधिकतर समय तक सतासीन रहे दलों द्वारा पोषित वामपंथी और अन्य सेकुलर राजनीतिक दलों ने मिलकर,हमारी नईपीढ़ियों को झूठाइतिहास पढ़ाकर,स्वाभिमान शून्य करने का सुनियोजित षड्यंत्र कियागया।

👉71वर्षो तक स्कूलों में झूठा इतिहास पढ़ा कर हिन्दू पीढ़ियों को स्वाभिमान शून्य कर दिया जिसका खामियाजा आज देश भुगत रहा है

🤷🏻‍♂️हिन्दू देश, धर्म और अपने इतिहास से अनजान हो गया और यही लक्ष्य था वामपंथीयो का


✊अब समय आ गया है जब हमें सत्य को समझना होगा, हमें सही इतिहास को जानकर गौरांवित होना होगा और अपने देश तथा धर्म की रक्षा के लिए सज्ज होना होगा


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