कारगिल पार्ट -2 .........!!!!!!!
सर्जिकल स्ट्राईक की बरसी पर पराक्रम पर्व मनाने वालो का देश है ये।
मगर अल्ट्रा -नेशनलिज्म के नशे मे चूर , पुतिन के दौरे और S-400 के सौदे से उत्साहित प्रिय देशवासियो की आँखो से पट्टी उतरना भी जरूरी है।
ये पोस्ट उन सबके लिए है , जिन्हे भारतीय सेना,सुपरमैन लोगो की फौज लगती है।
कितने लोगो को पता है ? कि पाकिस्तानी सेना 1999 मे कारगिल मे घुसपैठ के बाद भी , अपनी आक्रामकता से बाज नही आई है ! कितने लोगो को पता है कि पाकिस्तानी सेना के SSG कमांडोज , आतंकवादियो के भेष मे , कारगिल टाईप की घुसपैठ को सन् 2013 मे भी अंजाम दे चुके है . जिसे इंडिया टुडे ने बाकायदा कारगिल पार्ट २ का नाम दिया था ?
बाकायदा, तीन हफ्तो तक लडाई चली थी, और भारतीय सेना की , पूरी एक डिवीजन ( दो ब्रिगेड) करीब 20 किमी चौडे क्षेत्र मे पाँच किमी अंदर तक घुस आये , पाकिस्तानी सैनिको तथा कश्मीरी आतंकवादियो के एक समूह से महीने भर तक लडकर , बडी मुश्किल से अपना ईलाका वापिस ले सकी थी ! इस समय भारत के सेनाधयक्ष जनरल बिक्रम सिंह थे।
श्रीनगर स्थित 15 वीं कोर के तत्कालीन मुखिया , लेफ्टीनेंट जनरल गुरमीत सिंह , बाकायदा प्रेस कांफ्रेस करके कहते रहे , कि ये कारगिल पार्ट -2 नही है ! उन्होने यहाँ तक कहा कि कोई भी गाँव पाकिस्तानी घुसपैठियो के कब्जे मे नही है ! जबकि मुठ्ठी भर पाकिस्तानी कमांडो, आतंकवादियो के भेष मे तीन हफ्तो तक , "शाला-भाटा" "गुज्जर तूर" और " फतेह गली" मे बाकायदा मोर्चाबंदी करके कब्जा जमाये बैठे रहे।
अपनी आदत के मुताबिक , भारतीय सेना के अधिकारी , पहले उन्हे आतंकवादी बताते रहे ! बाद मे पता चला कि घुसपैठियो मे अधिकांश पाकिस्तानी सेना के नियमित सैनिक और SSG कमांडोज थे।
जरा कल्पना करके देखिये, क्या भारतीय सेना लाईन ऑफ कंट्रोल पार करके पाक अधिकृत कशमीर मे ऐसी कोई घुसपैठ करनी की कुव्वत या दिलेरी दिखा सकती है ?
सर्जिकल स्ट्राईक पर बडी बडी डींगे मारने वालो को तो ये तक नही पता होगा कि कारगिल के काकसर इलाके मे एक पहाडी जिसे डल्लूनाग के नाम से जाना जाता है। उसे 1989 मे पाकिस्तान ने भारत से छीन लिया था, डल्लूनाग पर पूरे दस सालो तक पाकिस्तान का कब्जा बना रहा ! बाद मे 1999 मे कारगिल युद्ध के समय , भारत ने दोबारा डल्लूनाग को अपने कब्जे मे लिया था।